
भाजपा के अध्यक्ष अभी बने रहेंगे जे पी नड्डा, संगठन चुनाव टला, पहलगाम आतंकी हमले के बाद हालात बदले
- अभी राजनीतिक रूप से अध्यक्ष बदलना सही नहीं
अभिषेक आचार्य
RNE, BIKANER .
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा अभी कुछ और समय पर पार्टी संगठन का नेतृत्त्व करते रहेंगे। एक बार फिर उनका अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ना लगभग तय है। भाजपा को नया अध्यक्ष पहले जनवरी महीनें में मिलना तय हुआ था। मगर संगठन के चुनाव राजनीतिक कारणों से लगातार टलते रहे। फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद अध्यक्ष बनाने की बात हुई। पर पार्टी के राज्यों में संगठन के चुनाव पूरे नहीं हुए।
आम सहमति भी नहीं बनी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव न होने का एक बड़ा कारण आम सहमति भी नहीं बन पाना था। कई स्तरों पर अध्यक्ष को लेकर चर्चा हुई, मगर एक नाम पर सब सहमत हो ही नहीं रहे थे। चार केंद्रीय मंत्रियों के नाम की चर्चा भी अध्यक्ष पद के लिए चली, मगर यहां भी बात सहमति न होने के कारण अटक गई। बाद में दक्षिण से अध्यक्ष बनाने पर विचार हुआ, क्योंकि दक्षिण में पार्टी की स्थिति बेहद कमजोर है। वहां से भी कोई एक नाम लाख कोशिशों के बाद भी तय नहीं हो सका। फिर किसी महिला को इस बार पार्टी की कमान सौंपने की बात हुई। किंतु वह भी सिरे नहीं चढ़ पाई।
पहलगाम ने हालत ही बदल दी
पार्टी के नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए एक नाम की कवायद को पूरा करने के करीब पहुंचने वाले ही थे, तभी पहलगाम में आतंकी हमला हो गया।भाजपा नेतृत्त्व वाली सरकार की प्राथमिकताएं बदल गई। सब राजनीतिक गतिविधियां भाजपा ने रोक दी और इस आतंकी हमले के जवाब की तैयारी में लग गई।
राजनीतिक कारण भी
आने वाले समय में बिहार विधानसभा के चुनाव भी होने हैं। भाजपा का इस राज्य में सीधे कभी राज नहीं आया, जो उसकी बड़ी चाहत है। उस चुनाव से पहले यदि पार्टी नेतृत्त्व बदला जाता है तो असर चुनाव पर भी पड़ेगा। इस वजह से नड्डा को ही कंटिन्यू रखना पार्टी को सही लगा है। इन हालातों के चलते लगता है अभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा और कमान नड्डा के ही पास रहेगी। नये राष्ट्रीय पदाधिकारी बनाने की कोशिश जरूर अंदरखाने हो रही है।